नमस्कार हमारा सौभाग्य था बड़ा है कि हमें ऐसे टाइम में जी रहे हैं जब इंडिया फाइनली खुद का इकोसिस्टम बता रहा है हमारी जो डिपेंडेंसी देना सर चाइना पर P1 हम वेस्टर्न कंट्रीज पर भी धीरे-धीरे कम कर रहे हैं हाल ही में अपने न्यू सुनी होगी इसके बारे में बाय द वे मैं पहले एक वीडियो में मेंशन कर चुका हूं कि भारत सरकार खुद का एक आई एन डी ओ एस बना रही है यह एंड्रॉयड और जो एप्पल का ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर होता है |
आइए ओवैसी को टक्कर देगा ना यह अभी अंडर डेवलपमेंट है इसमें अभी और न्यूज़ आनी बाकी है मगर इसी बीच हमें यह न्यूज़ मिलती है कि हम आ कि जो आईआईटी इज है वहां पर भी इंडिविजुअल लेवल पर इन लोगों ने मोबाइल फोन के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर दिए हैं यहां पर आप देख पाओगे बार वह इस पर बहुत आर्टिकल पब्लिक सोए हैं क्या यह है इंडिया का आंसर टू एंड्राइड टैक्टिकली दोनों को कंपेयर करना मुश्किल है मगर फिर भी एक बहुत ही अच्छा प्रयास है आईआईटी मद्रास द्वारा इन्होंने यहां पर ट्वीट भी करी है रिलीज आफ इंडीजीनस आत्मनिर्भर मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ros2 डे ऑपरेटिंग सिस्टम बाय आईआईटी मद्रास इन जेएंडके ऑफ प्राइवेट लिमिटेड और रिलीज फुल वीडियो जहां पर समझाया ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर कैसे काम करेगा आधी वीडियो वैसे तमिल में है |
आदि इसमें है अपने आप में एक बहुत ही बड़ा प्रोग्रेस का साइन है कि इंडिया में अब हम बहुत सारे ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर कर रहे हैं और वैसे क्वेश्चन यह होता क्या है ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर होता क्या है अगर आप एक कंप्यूटर लैपटॉप विंडोज होता है यह कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर है तो जिस तरीके से कंप्यूटर में होता है विंडोज उसी तरीके से मोबाइल फोन में एंड्रॉयड भारत में हम लोग ऑल टुगेदर एंड राही एक्सिट्यूड की कोशिश कर रहे हैं और अगर यहां पर आपका सवाल यह है कि अभी सिर्फ फोन पर ही फोकस क्यों कर रहे हैं कंप्यूटर फोकस कब करेंगे तो देखिए वहां पर भी प्रयास जारी है पर एग्जांपल 2015 में सरकार ने एक ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर खुद का लांच किया था लैपटॉप कंप्यूटर जिसका नाम है बॉस बॉस फुल फॉर्म भारत ऑपरेटिंग सिस्टम सॉल्यूशन निकालता है क्योंकि आज के समय भारत में कंप्यूटर लैपटॉप से कई कई गुना ज्यादा लोगों के हाथ में मोबाइल फोन को चुके हैं कि आप उस पर ही कर सकते हो और हम यह जो भी आज का समय डेवलप कर रहे हैं एंड्रॉएड का फैमिली
पश्चिमी अलीना शहर पश्चिमी कंट्री प्राइमरी यूएसए की एक डिजिटल कॉलोनी बनना चाहते हैं कि हम चाहते हैं कि हमारे सारे डिवाइसेज सॉफ्टवेयर पर चलते हो उसकी चाबी अमेरिकन कंपनी इसके पास हो अमेरिकन कंपनी स्पर्म इन नकली दूर से आपके लीजिए इंसुरेंस रहता है अमेरिकन गवर्नमेंट का क्या हम इस तरीके से जीना चाहेंगे या फिर हमारे पास ऑप्शन होनी चाहिए कोई यह नहीं कह रहा कि अमेरिका की कंपनी को यूज करना बंद कर दो जरा मगर ऑप्शंस अवेलेबल होनी चाहिए अगर टि्वटर एक्सेस करता है तो को भी एड्रेस करेगा चाहे कोई कितना यूज करें वो अलग बात है मगर को एडजस्ट करता है आज के समय धीरे-धीरे ग्रो कर रहा है उसी तरीके से अब हम इंडियन मोबाइल सॉफ्टवेयर भी कर रहे हैं और इसमें एक ही बड़ा मैं कहूंगा स्टेप फॉरवार्ड मगर मुझे यह भी यहां पर करना पड़ेगा कि आई एन डी ओ एस जब रिलीज होगा वह एक असली ऐड करेगा भारत को ऐसे कर्म देखे ना तो यह अंत में एक एंड्राइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट है इसका मतलब यह देखो गूगल ने क्या कर रखा है एंड्रॉयड का एक्शन अलग से रखा हुआ है जिसको यह कहते हैं एंड्रॉएड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स कहते हैं गूगल वाले कहते हैं यह हमारा प्लेटफार्म दुनिया के लिए फ्री है यहां पर अपने हिसाब से अगर आपको अपनी रिक्वायरमेंट का एक ऑपरेटर ना है तो यहां पर आ सकते हो अगर कहीं ना कहीं तो प्लेटफार्म है यह गूगल नहीं किया है तो इसलिए जो भी सामने आई है कि आप देखोगे वहां पर एक एंड्राइड आपको मिलेगी तो रीजन यही है कि इसको बनाया ही गया है एक एंड्राइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स का मतलब यह कैसा लगा हमारा नहीं है नहीं तो आप यह मान लो कि गूगल ने क्या कर दिया
पेंटिंग उस पर हमने करिए ठीक है खाली कैनवस किसी काम का नहीं होता और एंड्रॉयड प्रोजेक्ट खासी है तो उस पर हमने पेंटिंग और वैसे बताया जा रहा है कि जो हमने प्यार किया है प्यार किया है इसका प्राइमरी आप इस्तेमाल कर पाओगे बाहर से एप्स डाउनलोड करके क्योंकि देखो यहां पर इनका खुद का प्ले स्टोर तो होगा नहीं गूगल प्ले स्टोर यहां पर काम नहीं करेगा अब आप यहां पर कहोगे मगर यह तो सही बात नहीं है नहीं होगी आप ऑनलाइन जाकर एयरपोर्ट से डाउनलोड करनी पड़ेगी आराम से तो पूरा काम है देखो बाहर अभी के लिए जो भी तैयार हुआ है इसमें और बाकी है इसकी रिलीज डेट के बारे में भी अभी अनाउंसमेंट की गई है आम आदमी उसको डाउनलोड भी नहीं कर सकता जो लोग यूज़ करेंगे बाहर हुए ऐसे लोग होंगे जिन को पैसे चाहिए जो यह भी नहीं चाहते कि गूगल के पास भी परमिशन हो उनके फोन के एक्सेस करने की तो इन्हीं आपके लिए कुछ हमारे विभाग है जहां पर हम बहुत जरा सिक्रेसी चाहते हैं वहां पर हम भारत को यूज़ कर पाएंगे तो अब आप पूछेंगे तो इसका फायदा क्या हुआ बाहर हो गए उसको डेवलप करने से मिला क्या जब आपने एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म माल किया है इसमें होगी नहीं तो देखो फायदा सबसे बड़ा यह है कि सिक्योरिटी जाएगी आपके फोन की आप का कंपलीट कंट्रोल होगा अपने फोन पर उसके अलावा बताया यह जा रहा है कि भारत को हमने ऐसा डेवलप किया गया यह कहूंगा एंड्राइड का अगर कैनवस इस्तेमाल किया
तो इसका मतलब यह नहीं है पूरी की गई पेंटिंग तो हमारी है ना आए मद्रास तरीके से डलवा के फोन की बैटरी कम हुआ करेगी उसके अलावा एक बार मान लो एक इंडिया बेस्ट एप्स टो बन गया जो बन सकता है जैसे गूगल एप्स दूर है बहुत ही जल्द एक करा सकती है और इंडिया बेस्ट आ सकती है तो उससे एक इंडियन आप जोर से आ रही होंगी बहुत कन्वेंट होगा को सिस्टम बन जाएगा और अभी के लिए हमारा मेन कंसर्न क्या है मेन कंसर्न आज के लिए यह है कि गूगल ने इंडिया में यह जिद पकड़ रखी है कि एंड्राइड का फोन अगर इंडिया में बिकेगा ना तो वहां पर गूगल की प्रीइंस्टॉल्ड आप होंगी तो इसका मतलब यह है कि कल को हमारे देश में कोई स्टार्टअप खड़ी होती है आप कोई नहीं कंपनी खड़ी होती है उनको अपनी आप एक कस्टमर तक पहुंचाने में काफी दिक्कत आएगी ओके गूगले पहले से ही पर इंस्टॉल कर रखी होगी आप गूगल के पास कंप्लीट बना ली है एग्जाम पर केले मैं आपको बताऊं कल को अब मालू दो कंपनियां जी स्वर्गीय जोमैटो है खाली स्पीकिंग मान लो कल को स्वीकार जमाटो में से कंपनी गूगल के साथ टाइप कर लेती है कहती है कि हम आपके साथ प्रॉफिट शेयरिंग करेंगे बस यह ध्यान रखना
जैसे ही एक आदमी मोबाइल फोन चेंज करें पहले हमारी है वहां पर प्रीइंस्टॉल्ड होगी गूगल के पास गूगल एक्स्ट्रा पैसे कमा रहा है हमारी जो वेरियस स्टार्टअप सेवर गूगल पर डिपेंड होगी तो यह है कि जब एक आदमी के हाथ में फोन आए तो वहां पर एक लेनी चाहिए कस्टमर पर होना चाहिए कि वह किस कंपनी के पास जाएगा वह कौन सी ऐप डाउनलोड करेगा ताकि कुछ कंपटीशन तो हो और अगर आप सोच रहे हैं कि सारा फोकस अभी गूगल पर क्यों है इस पर क्यों नहीं है लोग यूज़ करते हैं गूगल एंड्राइड ठीक है 3:50 के आसपास यूज करते होंगे आप तो इसलिए आप अगर में पढ़ोगे ना यह बाहर हो या फिर तो यहां पर कोई रिमरकेबल नहीं हो रही है ऐसा नहीं है अभी ऐसा नहीं हुआ मगर जो हम करने की कोशिश कर रहे हैं उससे गूगल को एक मैसेज आएगा कि इंडिया विल नॉट एक्सेप्ट हमारे यहां कंपटीशन रहेगा वेरियस कंपनी कस्टमर के लिए

